Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jul 2022 · 1 min read

ज़िंदगी बे’जवाब रहने दो

ज़िन्दगी बे’जवाब रहने दो ।
मेरी पलकों पे ख़्वाब रहने दो।।

खुद की इस्लाह कर सकूं मै भी।
मुझको कुछ तो खराब रहने दो।।

इतने ज़यादा गुनाह नहीं अच्छे।
कुछ तो बाकी सवाब रहने दो।।

देख लो एक नज़र मुझे यूँ ही।
मुझमें शामिल शबाब रहने दो।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
8 Likes · 1 Comment · 729 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-152से चुने हुए श्रेष्ठ दोहे
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-152से चुने हुए श्रेष्ठ दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
काम चलता रहता निर्द्वंद्व
काम चलता रहता निर्द्वंद्व
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
आमावश की रात में उड़ते जुगनू का प्रकाश पूर्णिमा की चाँदनी को
आमावश की रात में उड़ते जुगनू का प्रकाश पूर्णिमा की चाँदनी को
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
न दिल किसी का दुखाना चाहिए
न दिल किसी का दुखाना चाहिए
नूरफातिमा खातून नूरी
तुम्हें भुलाने का सामर्थ्य नहीं है मुझमें
तुम्हें भुलाने का सामर्थ्य नहीं है मुझमें
Keshav kishor Kumar
मुझे मुझसे हीं अब मांगती है, गुजरे लम्हों की रुसवाईयाँ।
मुझे मुझसे हीं अब मांगती है, गुजरे लम्हों की रुसवाईयाँ।
Manisha Manjari
नारी विज्ञान
नारी विज्ञान
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हंसना - रोना
हंसना - रोना
manjula chauhan
#मनमौजी_की_डायरी
#मनमौजी_की_डायरी
*प्रणय प्रभात*
आ गई रंग रंगीली, पंचमी आ गई रंग रंगीली
आ गई रंग रंगीली, पंचमी आ गई रंग रंगीली
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"ज्ञान-दीप"
Dr. Kishan tandon kranti
जल उठी है फिर से आग नफ़रतों की ....
जल उठी है फिर से आग नफ़रतों की ....
shabina. Naaz
बचपन की वो बिसरी यादें...!!
बचपन की वो बिसरी यादें...!!
पंकज परिंदा
जब  फ़ज़ाओं  में  कोई  ग़म  घोलता है
जब फ़ज़ाओं में कोई ग़म घोलता है
प्रदीप माहिर
मंत्र चंद्रहासोज्जलकारा, शार्दुल वरवाहना ।कात्यायनी शुंभदघां
मंत्र चंद्रहासोज्जलकारा, शार्दुल वरवाहना ।कात्यायनी शुंभदघां
Harminder Kaur
पंचांग (कैलेंडर)
पंचांग (कैलेंडर)
Dr. Vaishali Verma
2999.*पूर्णिका*
2999.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*यह तो बात सही है सबको, जग से जाना होता है (हिंदी गजल)*
*यह तो बात सही है सबको, जग से जाना होता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
दुनियां में सब नौकर हैं,
दुनियां में सब नौकर हैं,
Anamika Tiwari 'annpurna '
सुदामा कृष्ण के द्वार (1)
सुदामा कृष्ण के द्वार (1)
Vivek Ahuja
*समझौता*
*समझौता*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जरूरी तो नहीं
जरूरी तो नहीं
Awadhesh Singh
मुस्कुराते हुए चेहरे से ,
मुस्कुराते हुए चेहरे से ,
Yogendra Chaturwedi
क्या पता...... ?
क्या पता...... ?
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
मन की परतों में छुपे ,
मन की परतों में छुपे ,
sushil sarna
ये दुनिया घूम कर देखी
ये दुनिया घूम कर देखी
Phool gufran
जरूरत और जरूरी में फर्क है,
जरूरत और जरूरी में फर्क है,
Kanchan Alok Malu
चांद सितारे चाहत हैं तुम्हारी......
चांद सितारे चाहत हैं तुम्हारी......
Neeraj Agarwal
“श्री गणेश”
“श्री गणेश”
Neeraj kumar Soni
समय
समय
Annu Gurjar
Loading...