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6 Jul 2022 · 1 min read

ज़िंदगी बे’जवाब रहने दो

ज़िन्दगी बे’जवाब रहने दो ।
मेरी पलकों पे ख़्वाब रहने दो।।

खुद की इस्लाह कर सकूं मै भी।
मुझको कुछ तो खराब रहने दो।।

इतने ज़यादा गुनाह नहीं अच्छे।
कुछ तो बाकी सवाब रहने दो।।

देख लो एक नज़र मुझे यूँ ही।
मुझमें शामिल शबाब रहने दो।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
8 Likes · 1 Comment · 759 Views
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