Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jan 2023 · 1 min read

ज़िंदगी की कसम

मेरी हर सांस में
शामिल तुम हो
ज़िन्दगी की कसम
ज़िन्दगी तुम हो ।।
सोचा तुमको है,
लिखा है तुम को।
हाँ मेरी ज़िंदगी का
हासिल तुम हो ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
10 Likes · 117 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
मुस्कुराहटों के मूल्य
मुस्कुराहटों के मूल्य
Saraswati Bajpai
गम और खुशी।
गम और खुशी।
Taj Mohammad
अक्सर कोई तारा जमी पर टूटकर
अक्सर कोई तारा जमी पर टूटकर
'अशांत' शेखर
मैं तुलसी तेरे आँगन की
मैं तुलसी तेरे आँगन की
Shashi kala vyas
राखी की यह डोर।
राखी की यह डोर।
Anil Mishra Prahari
ये जंग जो कर्बला में बादे रसूल थी
ये जंग जो कर्बला में बादे रसूल थी
shabina. Naaz
दोस्तों की कमी
दोस्तों की कमी
Dr fauzia Naseem shad
कविता - 'टमाटर की गाथा
कविता - 'टमाटर की गाथा"
Anand Sharma
धूप की उम्मीद कुछ कम सी है,
धूप की उम्मीद कुछ कम सी है,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
#शेर-
#शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
नदिया साफ करेंगे (बाल कविता)
नदिया साफ करेंगे (बाल कविता)
Ravi Prakash
दिल
दिल
Dr Archana Gupta
2704.*पूर्णिका*
2704.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
सुबुधि -ज्ञान हीर कर
सुबुधि -ज्ञान हीर कर
Pt. Brajesh Kumar Nayak
बड़े लोग क्रेडिट देते है
बड़े लोग क्रेडिट देते है
Amit Pandey
जनता के आवाज
जनता के आवाज
Shekhar Chandra Mitra
"मछली और भालू"
Dr. Kishan tandon kranti
*किस्मत में यार नहीं होता*
*किस्मत में यार नहीं होता*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Chhod aye hum wo galiya,
Chhod aye hum wo galiya,
Sakshi Tripathi
*सिर्फ तीन व्यभिचारियों का बस एक वैचारिक जुआ था।
*सिर्फ तीन व्यभिचारियों का बस एक वैचारिक जुआ था।
Sanjay ' शून्य'
छोटी-सी बात यदि समझ में आ गयी,
छोटी-सी बात यदि समझ में आ गयी,
Buddha Prakash
माँ
माँ
श्याम सिंह बिष्ट
कविता: सपना
कविता: सपना
Rajesh Kumar Arjun
माँ का आशीर्वाद पकयें
माँ का आशीर्वाद पकयें
Pratibha Pandey
*निंदिया कुछ ऐसी तू घुट्टी पिला जा*-लोरी
*निंदिया कुछ ऐसी तू घुट्टी पिला जा*-लोरी
Poonam Matia
दिल कहता है खुशियाँ बांटो
दिल कहता है खुशियाँ बांटो
Harminder Kaur
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
National Cancer Day
National Cancer Day
Tushar Jagawat
"दर्पण बोलता है"
Ekta chitrangini
Loading...