Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#11 Trending Author
Dr fauzia Naseem shad
189 Followers
Follow
Report this post
26 Aug 2024 · 1 min read
ज़रूरत नहीं
ज़रूरत नहीं हम समझते किसी की,
अपने लिए भी, हम खुद ही खड़े हैं ।
– डॉ फौज़िया नसीम शाद
Language:
Hindi
Tag:
शेर
Like
Share
2 Likes
· 52 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
फ़ासले
Dr. Fauzia Naseem Shad
एहसास के मोती
Dr. Fauzia Naseem Shad
मेरे एहसास
Dr. Fauzia Naseem Shad
You may also like:
लिव-इन रिलेशनशिप
लक्ष्मी सिंह
स्वर्ग से सुंदर समाज की कल्पना
Ritu Asooja
'निशात' बाग का सेव (लघुकथा)
Indu Singh
कहाॅं तुम पौन हो।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
काजल की महीन रेखा
Awadhesh Singh
ध्यान एकत्र
शेखर सिंह
4476.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हो गए दूर क्यों, अब हमसे तुम
gurudeenverma198
ये सुबह खुशियों की पलक झपकते खो जाती हैं,
Manisha Manjari
परिवार का सत्यानाश
पूर्वार्थ
ज़िन्दगी
Santosh Shrivastava
जीवन पथ पर चलते जाना
नूरफातिमा खातून नूरी
तेरे दिल की आवाज़ को हम धड़कनों में छुपा लेंगे।
Phool gufran
मुझे इस बात पर कोई शर्म नहीं कि मेरे पास कोई सम्मान नहीं।
*प्रणय*
सत्य और अमृत
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ख्वाबों में मिलना
Surinder blackpen
हरदा अग्नि कांड
GOVIND UIKEY
ज़िम्मेदारी उठाने की बात थी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*दो दिन सबके राज-रियासत, दो दिन के रजवाड़े (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
#हाइकु
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
गायब हुआ तिरंगा
आर एस आघात
रंगों के रंगमंच पर हमें अपना बनाना हैं।
Neeraj Agarwal
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मेरा वजूद क्या है
भरत कुमार सोलंकी
ہر طرف رنج ہے، آلام ہے، تنہائی ہے
अरशद रसूल बदायूंनी
जब वो मिलेगा मुझसे
Vivek saswat Shukla
हवस अपनी इंतहा पार कर गई ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
"दिमागी गुलामी"
Dr. Kishan tandon kranti
दिन की शुरुआत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
चलना है मगर, संभलकर...!
VEDANTA PATEL
Loading...