ज़माने भर को हर हाल में हंसाने का हुनर है जिसके पास।
ज़माने भर को हर हाल में हंसाने का हुनर है जिसके पास।
तुझसे बिछड़ते वक्त आज वो भी जी भर कर रोया।।
शिव प्रताप लोधी
ज़माने भर को हर हाल में हंसाने का हुनर है जिसके पास।
तुझसे बिछड़ते वक्त आज वो भी जी भर कर रोया।।
शिव प्रताप लोधी