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6 Dec 2024 · 1 min read

ज़ब्त को जितना आज़माया है

ज़ब्त को जितना आज़माया है
उतना बेचैन ख़ुद को पाया है
खो दिया है उसे हकीकत में
बस ख्यालों में जिसको पाया है
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

1 Like · 28 Views
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