जहाँ से आये हो
तुम अलग कौन सी
दुनिया यहाँ बसाओगे ।
जहाँ से आये हो वापस
वहीं तो जाओगे ।।
जब देखने का बदल
लोगे नज़रिया अपना ।
तुम कौन मैं कौन का
फिर फर्क करना पाओगे ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद
तुम अलग कौन सी
दुनिया यहाँ बसाओगे ।
जहाँ से आये हो वापस
वहीं तो जाओगे ।।
जब देखने का बदल
लोगे नज़रिया अपना ।
तुम कौन मैं कौन का
फिर फर्क करना पाओगे ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद