Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
RAMESH SHARMA
99 Followers
Follow
Report this post
18 Jul 2024 · 1 min read
जहरीला अहसास
कलियुग का होने लगा ,जहरीला अहसास ।
देते हैं अब तात को, बेटे ही वनवास । ।
रमेश शर्मा.
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
Like
Share
1 Like
· 70 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like these posts
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
होता क्या है
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
दण्डक
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
शाम ढलते ही
Davina Amar Thakral
दृष्टिबाधित भले हूँ
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
त्रिलोक सिंह ठकुरेला के कुण्डलिया छंद
त्रिलोक सिंह ठकुरेला
"मतलब"
Dr. Kishan tandon kranti
संघर्ष की राहों पर जो चलता है,
Neelam Sharma
*Each moment again I save*
Poonam Matia
अवधी गीत
प्रीतम श्रावस्तवी
कितनी मासूम
हिमांशु Kulshrestha
तुम्हारी कहानी
PRATIK JANGID
उनकी तस्वीर
Madhuyanka Raj
जो मिला उसे स्वीकारो या बदलाव करो,
Karuna Goswami
संबंध क्या
Shweta Soni
2441.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
हार भी स्वीकार हो
Dr fauzia Naseem shad
दे दो हमें मोदी जी(ओपीएस)
Jatashankar Prajapati
ब्रह्मचारिणी
surenderpal vaidya
एक पल
Meera Thakur
मिल रही है
विजय कुमार नामदेव
झुमका
अंकित आजाद गुप्ता
अटूट सत्य - आत्मा की व्यथा
Sumita Mundhra
ग़ज़ल
Santosh Soni
लड़की कभी एक लड़के से सच्चा प्यार नही कर सकती अल्फाज नही ये
Rituraj shivem verma
चौपाई छंद गीत
seema sharma
Tea Lover Please Come 🍟☕️
Urmil Suman(श्री)
मेरी सुख़न-गोई बन गई है कलाम मेरा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
समाज का मुखौटा
पूर्वार्थ
शिक़ायत (एक ग़ज़ल)
Vinit kumar
Loading...