तू जब भी साथ होती है तो मेरा ध्यान लगता है
किताबों में तुम्हारे नाम का मैं ढूँढता हूँ माने
सन्यासी का सच तप
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बुराई का अंत बहोत बुरा होता है
राह नहीं मंजिल नहीं बस अनजाना सफर है
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
"सन्त रविदास जयन्ती" 24/02/2024 पर विशेष ...
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
चचा बैठे ट्रेन में [ व्यंग्य ]
दोस्त,ज़िंदगी को अगर जीना हैं,जीने चढ़ने पड़ेंगे.
एक महिला अपनी उतनी ही बात को आपसे छिपाकर रखती है जितनी की वह
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
हिंदी दिवस - विषय - दवा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मैं फूलों पे लिखती हूँ,तारों पे लिखती हूँ
उल्फत अय्यार होता है कभी कबार
यह उँचे लोगो की महफ़िल हैं ।
*नारी पर गलत नजर डाली, तो फिर रावण का नाश हुआ (राधेश्यामी छं
जब ख्वाब भी दर्द देने लगे