जश्न आंखों में तुम्हारी क्या खूब नज़र आ रहा हैं…
जश्न आंखों में तुम्हारी क्या खूब नज़र आ रहा हैं…
तुम्हारा यूं मुस्कुराना अच्छा लगा मुझे…
शिकायतें दर्ज की तुमने हमसे इश्क़ की…
तुम्हारा यूं इतराना अच्छा लगा मुझे…
भूल पाऊंगा मैं तुम्हें या फिर नहीं शायद…
तुम्हारा यूं भूल जाना अच्छा लगा मुझे…
नज़रिया तुम्हारा बदला -बदला सा ज़रूर मगर…
तुम्हारा यूं मुकर जाना अच्छा लगा मुझे…
@vaibhavwrite..✍️