जवाब
सुनो मुलाक़ात में बात हुई हमारी
मगर जवाब नहीं मिला
तब से लेकर आज तक रातों में
मुझे कोई ख्वाब नहीं मिला
इतना अस्त-व्यस्त हो गया हूँ
अनसुलझी उलझनों में अब
बिगड़ गया है गणित जिंदगी का
कोई पक्का हिसाब नहीं मिला
प्रवीण माटी
सुनो मुलाक़ात में बात हुई हमारी
मगर जवाब नहीं मिला
तब से लेकर आज तक रातों में
मुझे कोई ख्वाब नहीं मिला
इतना अस्त-व्यस्त हो गया हूँ
अनसुलझी उलझनों में अब
बिगड़ गया है गणित जिंदगी का
कोई पक्का हिसाब नहीं मिला
प्रवीण माटी