जवाब सिर्फ आप हो
जवाब सिर्फ आप हो
प्यार के सवाल का जवाब सिर्फ आप हो।
देखता सदैव ख्वाब वंदनीय आप हो।
आप प्रीति विंदु धाम प्रेम गीत गायिका।
आप की प्रवृत्ति देव देवि तुल्य नायिका।
आप कृष्ण राधिका अमोल प्रेम प्रेमिका।
आप में अथाह प्रीति सिन्धु वृत्ति क्षेमिका।
बार बार देखता निहारता प्रसन्न हो।
एक मात्र योगिनी सुहागिनी सुअन्न हो।
दिव्य काय भद्र भाल केश स्वर्ण दिव्यता।
होठ की मिठास में सुधा समान भव्यता।
संपदा अकूत धन्य धान्य में कुबेर हो।
धीर धर्म धारिका पहाड़ में सुमेर हो।
मोहनीय मंत्र यन्त्र तंत्र मादकीय हो।
औषधी निरोग कामिनी सराहनीय हो।
स्वस्थ चित्तवृत्ति हो अनंत भाव संपदा।
प्रेम वादिनी असीम स्नेह सूत्र शुभ्रदा।
आप में सदैव दिव्य प्रेम का प्रवेश है।
आप में महान प्रीति शांति का प्रदेश है।
आप ही महानुभाव पीत रंग रूपसी।
आप ही सहर्ष सभ्य सत्य सौम्य मानसी।
साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र,हरिहरपुर,वाराणसी-221405