जवाब दो
आज़ादी
आज़ादी का जश्न मनाने वालों
ज़रा ये सोच के जश्न मनाओ
अब तक क्या हम आज़ाद
कर पाये खुद को
झूठ से
नफरत से
धोखे से
बेईमानी से
बनावट से
बुराई से
बग़ावत से
लूट से
मार से
जवाब दो।।
आज़ादी
आज़ादी का जश्न मनाने वालों
ज़रा ये सोच के जश्न मनाओ
अब तक क्या हम आज़ाद
कर पाये खुद को
झूठ से
नफरत से
धोखे से
बेईमानी से
बनावट से
बुराई से
बग़ावत से
लूट से
मार से
जवाब दो।।