सैनिक:: विधा पिरामिड
सैनिक:: विधा पिरामिड
मैं
इक
सजग
प्रहरी हूं
देश रक्षक
हिंद सैनिक हूं
है
दृढ़
संकल्प
देश रक्षा
खातिर खाक
मुझे मिल जाना
है
मेरा
तिरंगा
तीन रंगों
वाला लहर
लहराता जाता
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मुक्तक❤️
दीप आशा का नित,
मैं जलाती रही|
सांझ आकर सदा,
मुस्कुराती रही||
भाव मन के सदा,
ही समर्पित हुए|
याद बन रोशनीं,
झिलमिलाती रही||
कुमुद श्रीवास्तव वर्मा कुमुदिनी