जलाओ दीप एक ऐसा — साथिया साथ दे देना (मुक्तक)
*****मुक्तक*****
जलाओ दीप एक ऐसा, अंधेरा सारा मिट जाए।
उजाला अब ऐसा फेले ,रास्ता सबको दिख जाए।।
छोड़ो यह आदत लड़ने की, जरूरत है बदलने की।
चलने दो प्रेम से सबको ,रोशनी उनको मिल जाए।।
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साथिया साथ दे देना ,धोखा न बीच में देना।
थामा है हाथ जो मेरा ,हर पल साथ में रहना।।
बदलना रंग न अपना ,तू ही है मेरा तो सपना।
निभाऊंगा मेरा वादा ,वादा यह तू भी दे देना।।
राजेश व्यास अनुनय