कहू किया आइ रूसल छी , कोनो कि बात भ गेल की ?
दु:ख का रोना मत रोना कभी किसी के सामने क्योंकि लोग अफसोस नही
यादों के अथाह में विष है , तो अमृत भी है छुपी हुई
सही समय पर, सही "पोज़िशन" नहीं ले पाना "अपोज़िशम" की सबसे बड़ी
महान व्यक्तित्व
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
लाइब्रेरी की दीवारों में, सपनों का जुनून
समीक्ष्य कृति: बोल जमूरे! बोल
होता है हर किसी को किसी बीती बात का मलाल,
हमारी शान है हिन्दी, हमारा मान है हिन्दी।
इश्क
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हिचकियों की मुझे तमन्ना है ,
*अब सब दोस्त, गम छिपाने लगे हैं*
*आयु मानव को खाती (कुंडलिया)*