कौन कहता है वो ठुकरा के गया
राधा अब्बो से हां कर दअ...
जहाँ केवल जीवन है वहाँ आसक्ति है, जहाँ जागरूकता है वहाँ प्रे
Dedicated to all those who live outside their home to earn t
“भोर की पहली किरण , ह्रदय को आनन्दित करती है ,
माटी की सोंधी महक (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
तू लाख छुपा ले पर्दे मे दिल अपना हम भी कयामत कि नजर रखते है
कर्मठ राष्ट्रवादी श्री राजेंद्र कुमार आर्य
अच्छा खाना
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
सदा दूर रहो गम की परछाइयों से,
ग़ज़ल __बुलबुलें खुश बहार आने से ।