मां की दूध पीये हो तुम भी, तो लगा दो अपने औलादों को घाटी पर।
अक्सर तेरे प्यार में मेरा प्यार ढूंढता हूँ
*मुझे गाँव की मिट्टी,याद आ रही है*
यह जो पापा की परियां होती हैं, ना..'
उनकी नाराज़गी से हमें बहुत दुःख हुआ
हम बस भावना और विचार तक ही सीमित न रह जाए इस बात पर ध्यान दे
Happy World Teachers' day 5 October
*चलती सॉंसें मानिए, ईश्वर का वरदान (कुंडलिया)*
याद मीरा को रही बस श्याम की
जीवनसाथी अच्छा होना चाहिए,
संघर्ष जीवन हैं जवानी, मेहनत करके पाऊं l
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
**** रक्षाबंधन का त्योहार आया ****
कवि
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक