अपने दिल में चोर लिए बैठे हैं
हमे निज राह पे नित भोर ही चलना होगा।
Anamika Tiwari 'annpurna '
अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्
एक बाप ने शादी में अपनी बेटी दे दी
हम भी खामोश होकर तेरा सब्र आजमाएंगे
गुरु चरणों की धूल
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
वज़्न - 2122 1212 22/112 अर्कान - फ़ाइलातुन मुफ़ाइलुन फ़ैलुन/फ़इलुन बह्र - बहर-ए-ख़फ़ीफ़ मख़बून महज़ूफ मक़तूअ काफ़िया: आ स्वर की बंदिश रदीफ़ - न हुआ
प्रेम के दरिया का पानी चिट्ठियाँ
फिर लौट आयीं हैं वो आंधियां, जिसने घर उजाड़ा था।
सुख मिलता है अपनेपन से, भरे हुए परिवार में (गीत )
कुछ पाने के लिए कुछ ना कुछ खोना पड़ता है,
*** भूख इक टूकड़े की ,कुत्ते की इच्छा***
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
हर क्षण आनंद की परम अनुभूतियों से गुजर रहा हूँ।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
समीक्षा ,कर्त्तव्य-बोध (कहानी संग्रह)
बावजूद टिमकती रोशनी, यूं ही नहीं अंधेरा करते हैं।
23/191.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है
ओकरा गेलाक बाद हँसैके बाहाना चलि जाइ छै
गजेन्द्र गजुर ( Gajendra Gajur )
ज़िंदगी का खेल है, सोचना समझना
देश हमारी आन बान हो, देश हमारी शान रहे।