*जय सीता जय राम जय, जय जय पवन कुमार (कुछ दोहे)*
जय सीता जय राम जय, जय जय पवन कुमार (कुछ दोहे)
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1
जब तक तन में श्वास है, बोलो जय जयकार
जय सीता जय राम जय, जय जय पवन कुमार
2
सियाराममय जानिए, सारा विश्व समान
रखें हृदय में राम-सिय, रखते ज्यों हनुमान
3
कृपा करें हनुमान जी, अतुलित बल के धाम
महावीर सौ-सौ नमन, मन प्रबुद्ध निष्काम
4
वर दें सेवक-धर्म का, दें अनन्य वरदान
बनें भक्त हनुमान-से, वर दें कृपानिधान
5
सागर लॉंघा कूदकर, गए जलधि के पार
नमन-नमन हनुमान जी, नमन-नमन सौ बार
6
सीता को दी मुद्रिका, चूड़ामणि श्री राम
धन्य-धन्य हे पवनसुत, धन्य आपके काम
7
हनुमत ने यह ही कहा, मेरे बल हैं आप
मुझ में बल कुछ कब कहॉं, प्रभु का सिर्फ प्रताप
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451