जय श्री राम
छुपे सूरज क्षितिज में तो यकीनन शाम कहते हैं
जहां जन्मे प्रभू उसको अयोध्या धाम कहते हैं
हमारी आस्था देवों में दिल से है सदा लेकिन
जो मर्यादा के स्वामी हैं उन्हें श्री राम कहते हैं।
शक्ति त्रिपाठी देव
छुपे सूरज क्षितिज में तो यकीनन शाम कहते हैं
जहां जन्मे प्रभू उसको अयोध्या धाम कहते हैं
हमारी आस्था देवों में दिल से है सदा लेकिन
जो मर्यादा के स्वामी हैं उन्हें श्री राम कहते हैं।
शक्ति त्रिपाठी देव