Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Mar 2023 · 1 min read

जय माँ जगदंबे 🙏

पुष्प मधुर चुन भावमय, सजा रही दरबार।
मेरे घर भी अंबिके, आना अबकी बार।।

माता के दरबार में, कोई ऊँच न नीच ।
समरसता बरसे यहाँ, भर-भर नेह उलीच ।।

© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद

Language: Hindi
1 Like · 257 Views
Books from डॉ.सीमा अग्रवाल
View all

You may also like these posts

4084.💐 *पूर्णिका* 💐
4084.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हो तुम किस ख्यालों में डूबे।
हो तुम किस ख्यालों में डूबे।
Rj Anand Prajapati
पत्रकार की कलम देख डरे
पत्रकार की कलम देख डरे
Neeraj Mishra " नीर "
क्रिसमस डे
क्रिसमस डे
Sudhir srivastava
सख्त बनो
सख्त बनो
Dheerja Sharma
सताता है मुझको मेरा ही साया
सताता है मुझको मेरा ही साया
Madhuyanka Raj
तुम्हारी जय जय चौकीदार
तुम्हारी जय जय चौकीदार
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
अतीत - “टाइम मशीन
अतीत - “टाइम मशीन"
Atul "Krishn"
तुम जो हमको छोड़ चले,
तुम जो हमको छोड़ चले,
कृष्णकांत गुर्जर
" हरेली "
Dr. Kishan tandon kranti
शिक्षा सबसे अच्छी मित्र हैं , एक शिक्षित व्यक्ति हर जगह सम्म
शिक्षा सबसे अच्छी मित्र हैं , एक शिक्षित व्यक्ति हर जगह सम्म
Raju Gajbhiye
कोशिश है खुद से बेहतर बनने की
कोशिश है खुद से बेहतर बनने की
Ansh Srivastava
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्यार की खोज में
प्यार की खोज में
Shutisha Rajput
*गोरे से काले हुए, रोगों का अहसान (दोहे)*
*गोरे से काले हुए, रोगों का अहसान (दोहे)*
Ravi Prakash
ईश्वर जिसके भी सर्वनाश का विचार बनाते हैं तो सबसे पहले उसे ग
ईश्वर जिसके भी सर्वनाश का विचार बनाते हैं तो सबसे पहले उसे ग
इशरत हिदायत ख़ान
आओ थोड़ा जी लेते हैं
आओ थोड़ा जी लेते हैं
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कौन गया किसको पता ,
कौन गया किसको पता ,
sushil sarna
आनंद (सुक़ून) वाह्यलोक नही, अंतर्मन का वासी है।”
आनंद (सुक़ून) वाह्यलोक नही, अंतर्मन का वासी है।”
*प्रणय*
खुद के अंदर ही दुनिया की सारी खुशियां छुपी हुई है।।
खुद के अंदर ही दुनिया की सारी खुशियां छुपी हुई है।।
पूर्वार्थ
तेवरी और ग़ज़ल, अलग-अलग नहीं +कैलाश पचौरी
तेवरी और ग़ज़ल, अलग-अलग नहीं +कैलाश पचौरी
कवि रमेशराज
नाम बदलें
नाम बदलें
विनोद सिल्ला
दिल में मेरे
दिल में मेरे
हिमांशु Kulshrestha
खुशी देने से मिलती है खुशी और ग़म देने से ग़म,
खुशी देने से मिलती है खुशी और ग़म देने से ग़म,
Ajit Kumar "Karn"
कुछ लोग कहते हैं कि मुहब्बत बस एक तरफ़ से होती है,
कुछ लोग कहते हैं कि मुहब्बत बस एक तरफ़ से होती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चलो हम तो खुश नहीं है तो ना सही।
चलो हम तो खुश नहीं है तो ना सही।
Annu Gurjar
स्त्रीलिंग...एक ख़ूबसूरत एहसास
स्त्रीलिंग...एक ख़ूबसूरत एहसास
Mamta Singh Devaa
राम नाम सत्य है
राम नाम सत्य है
Rajesh Kumar Kaurav
शुभांगी छंद
शुभांगी छंद
Rambali Mishra
ये जिंदगी है साहब.
ये जिंदगी है साहब.
शेखर सिंह
Loading...