जय जवान ! जय किसान !
देश के लाल ,
शास्त्री जी का एक ही अरमान ,
बहादुर उन जैसे पूत का ,
धरती करती गुणगान ।
वीर और अमर हो जवान ,
और समृद्ध हो किसान ।
अतः उन्होंने दिया यह जयगान ,
जय जवान ! जय किसान !
देश के लाल ,
शास्त्री जी का एक ही अरमान ,
बहादुर उन जैसे पूत का ,
धरती करती गुणगान ।
वीर और अमर हो जवान ,
और समृद्ध हो किसान ।
अतः उन्होंने दिया यह जयगान ,
जय जवान ! जय किसान !