जमाने का हाजमा खराब है भाई !….
आज के ज़माने में शुद्ध चीजें लोगों को रास नहीं आती ।चाहे वो शुद्ध देशी घी ,हो या शुद्ध प्यार ।
तभी तो शुद्ध देसी खाने से लोगों का हाजमा खराब हो जाता है और नकली से कुछ नहीं होता ।उसी तरह लोगों को बनावटी और कपट पूर्ण प्यार जायदा समझ में आता है विशुद्ध प्यार गले भी नहीं उतरता ।उसे बल्कि झूठा समझा जायेगा जो सच्चा होगा । और उस सच्चे दिल वाले इंसान के प्यार को अपमानित किया जाएगा ,तिरस्कार किया जाएगा ।उससे कतरा
कर उसे दूर भगा दिया जायेगा ।
सच्चा और विशुद्ध प्यार या कोई भी चीज आज के ज़माने में दुर्लभ है ।मगर लोगों को इसकी कदर नहीं है । जाने कब सीखेंगे कदर करना लोग सच्चे ,और विशुद्ध स्वभाव के इंसानों की । मुश्किल ही लगता है ,
आपका क्या ख्याल है ?