जमाना जीतने की ख्वाइश नहीं है मेरी! जमाना जीतने की ख्वाइश नहीं है मेरी! तुम पढ़कर मुस्कुरा दो बस यही चाहता हूँ मैं! ~ विशाल बाबू ✍️