Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Feb 2024 · 1 min read

जब हम गरीब थे तो दिल अमीर था “कश्यप”।

जब हम गरीब थे तो दिल अमीर था “कश्यप”।
आज दौलत मिली तो दिल बड़ा गरीब हुआ।।

2 Likes · 217 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
न चिंता आज की करों न कल की।
न चिंता आज की करों न कल की।
Rj Anand Prajapati
Now we have to introspect how expensive it was to change the
Now we have to introspect how expensive it was to change the
DrLakshman Jha Parimal
केही कथा/इतिहास 'Pen' ले र केही 'Pain' ले लेखिएको पाइन्छ।'Pe
केही कथा/इतिहास 'Pen' ले र केही 'Pain' ले लेखिएको पाइन्छ।'Pe
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
जून का महीना जो बीतने वाला है,
जून का महीना जो बीतने वाला है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जीवन अप्रत्याशित
जीवन अप्रत्याशित
पूर्वार्थ
बर्दास्त की आख़िर हद तक देखा मैंने,
बर्दास्त की आख़िर हद तक देखा मैंने,
ओसमणी साहू 'ओश'
🙏प्रथम पूज्य विघ्न हर्ता 🙏
🙏प्रथम पूज्य विघ्न हर्ता 🙏
umesh mehra
"" *समय धारा* ""
सुनीलानंद महंत
मैं को तुम
मैं को तुम
Dr fauzia Naseem shad
अबूजा और शिक्षा
अबूजा और शिक्षा
Shashi Mahajan
हमसफ़र बन जाए
हमसफ़र बन जाए
Pratibha Pandey
सूरज - चंदा
सूरज - चंदा
Prakash Chandra
पलकों से रुसवा हुए,
पलकों से रुसवा हुए,
sushil sarna
कर्म।
कर्म।
Kanchan Alok Malu
नैया फसी मैया है बीच भवर
नैया फसी मैया है बीच भवर
Basant Bhagawan Roy
*सवर्ण (उच्च जाति)और शुद्र नीच (जाति)*
*सवर्ण (उच्च जाति)और शुद्र नीच (जाति)*
Rituraj shivem verma
धर्म या धन्धा ?
धर्म या धन्धा ?
SURYA PRAKASH SHARMA
कितनी ही दफा मुस्कुराओ
कितनी ही दफा मुस्कुराओ
सिद्धार्थ गोरखपुरी
जिंदगी की एक मुलाक़ात से मौसम बदल गया।
जिंदगी की एक मुलाक़ात से मौसम बदल गया।
Phool gufran
4313💐 *पूर्णिका* 💐
4313💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*ड्राइंग-रूम में सजी सुंदर पुस्तकें (हास्य व्यंग्य)*
*ड्राइंग-रूम में सजी सुंदर पुस्तकें (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
अगर आपको सरकार के कार्य दिखाई नहीं दे रहे हैं तो हमसे सम्पर्
अगर आपको सरकार के कार्य दिखाई नहीं दे रहे हैं तो हमसे सम्पर्
Anand Kumar
..
..
*प्रणय*
एक दूसरे से कुछ न लिया जाए तो कैसा
एक दूसरे से कुछ न लिया जाए तो कैसा
Shweta Soni
खर्च कितना करें
खर्च कितना करें
मधुसूदन गौतम
जीनी है अगर जिन्दगी
जीनी है अगर जिन्दगी
Mangilal 713
ये जो आँखों का पानी है बड़ा खानदानी है
ये जो आँखों का पानी है बड़ा खानदानी है
कवि दीपक बवेजा
" देख "
Dr. Kishan tandon kranti
तुम खुशी देखते हों, मैं ग़म देखता हूं
तुम खुशी देखते हों, मैं ग़म देखता हूं
Keshav kishor Kumar
Loading...