जब से गया है वह कोहिनूर सा
जब से गया है वह कोहिनूर सा,
उड़ गया है चेहरे का नूर सा ..|
पहले दिखता था टमाटर जैसा ,
अब यह दिखता हूं खजूर सा |
✍कवि दीपक सरल
जब से गया है वह कोहिनूर सा,
उड़ गया है चेहरे का नूर सा ..|
पहले दिखता था टमाटर जैसा ,
अब यह दिखता हूं खजूर सा |
✍कवि दीपक सरल