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17 Aug 2021 · 1 min read

जब सुखी था, तो दुख घूर रहा था l

जब सुखी था, तो दुख घूर रहा था l
जब दुखी था, तो सुख दूर रहा था ll

मिला, ना मिला और ना मिला, मिला l
यह गलत सोच का, कसूर रहा था ll

अरविन्द व्यास “प्यास”

Language: Hindi
2 Likes · 212 Views
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