जब लोग उन्हें मार नहीं पाते हैं
जब लोग उन्हें मार नहीं पाते हैं
जिन्हें वो मारना चाहते हैं
तब वो अपने शब्दों के विषैले तीर से वाणी से
उनकी आत्मा को मारने का पूर्ण प्रयास करते हैं
_ सोनम पुनीत दुबे
जब लोग उन्हें मार नहीं पाते हैं
जिन्हें वो मारना चाहते हैं
तब वो अपने शब्दों के विषैले तीर से वाणी से
उनकी आत्मा को मारने का पूर्ण प्रयास करते हैं
_ सोनम पुनीत दुबे