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18 Dec 2024 · 1 min read

जब भी मिले चुनौती पथ में

जब भी मिले चुनौती पथ में
उसे जी भर कर तुम ललकारो
गुमसुम चिंता में बैठ कर केवल
कभी भी हिम्मत तुम ना हारो

पारस नाथ झा

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