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25 Apr 2024 · 1 min read

जब भी उसकी याद आए,

जब भी उसकी याद आए,
आंसुओं में भर लेते हैं आँखें,
दर्द को अपने दिल में छुपा,
चेहरे पर मुस्कान संजोते हैं।
उसके बिना जीना मुश्किल,
पर उम्मीदें अभी जगी हैं,
जीवन को नए रंग लेने की आस,
प्रेम की चिंगारी आज तक जली है,
अंधियारे में भी उसकी मुस्कान,
जैसे सूरज की किरण,
हर पल उसकी यादों में,
बसा था ख़ास अहसास,
अब तो रहता खफा है,
प्यार में ज़िद थी हमारी,
उसके लिए बस कठिनाई है।
रास्ते अलग थे हमारे,
ना जाने कहासे हम मिल गए,
सोच की तरंग में,
प्यार की एहसास को खो गए।

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