जब दूसरो को आगे बड़ता देख
जब दूसरो को आगे बड़ता देख
खुद के अंदर घबराहट पैदा होने लगे तो
समझ जाना चाहिये की जलन और बुराई की भावना ने चरित्र में प्रवेश ले लिया हैं!!
Jai dewangan
जब दूसरो को आगे बड़ता देख
खुद के अंदर घबराहट पैदा होने लगे तो
समझ जाना चाहिये की जलन और बुराई की भावना ने चरित्र में प्रवेश ले लिया हैं!!
Jai dewangan