Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jun 2024 · 1 min read

जब तुम खामोश रहती हो….

जब तुम खामोश रहती हो….

जब से मिले हैं हम तुमसे,
मानों, जिंदगी में बहार आ गई है,
पर जब तुम खामोश रहतीं हो,
मानों ऐसा लगता है,
जैसे जिंदगी थम सी गई है॥

तुम्हारी मुस्कराहट की धुन,
जब मेरे कानों तक पहुँचती हैं,
मानों ऐसा लगता है,
जैसे जिंदगी संगीत- सी हो गई है॥

मैं तो हूँ ही नादान, अनजान उनबातों से,
पर जब तुम मेरी गलतीयो को ‘मैं नाराज नहीं हूँ’
कहकर नजर अंदाज करती हो,
मानों ऐसा लगता है,
जैसे जिंदगी चमन सी हो गई है॥

चाहत में रूठना, मनाना एक हसीन पल होता है,
पर जब मैं रूठता और तुम मनाती हो,
मानों ऐसा लगता है,
जैसे जल से आखें झिलमिला सी गई है॥

37 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तुलनात्मक अध्ययन एक अपराध-बोध
तुलनात्मक अध्ययन एक अपराध-बोध
Mahender Singh
रेत और जीवन एक समान हैं
रेत और जीवन एक समान हैं
राजेंद्र तिवारी
शिक्षा ही जीवन है
शिक्षा ही जीवन है
SHAMA PARVEEN
Dear myself,
Dear myself,
पूर्वार्थ
नींद
नींद
Diwakar Mahto
मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा।
मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा।
सत्य कुमार प्रेमी
नाथ मुझे अपनाइए,तुम ही प्राण आधार
नाथ मुझे अपनाइए,तुम ही प्राण आधार
कृष्णकांत गुर्जर
मेरे शब्द, मेरी कविता, मेरे गजल, मेरी ज़िन्दगी का अभिमान हो तुम
मेरे शब्द, मेरी कविता, मेरे गजल, मेरी ज़िन्दगी का अभिमान हो तुम
Anand Kumar
@@ पंजाब मेरा @@
@@ पंजाब मेरा @@
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
!! सोपान !!
!! सोपान !!
Chunnu Lal Gupta
शायद मेरी क़िस्मत में ही लिक्खा था ठोकर खाना
शायद मेरी क़िस्मत में ही लिक्खा था ठोकर खाना
Shweta Soni
नैया फसी मैया है बीच भवर
नैया फसी मैया है बीच भवर
Basant Bhagawan Roy
आपके मन की लालसा हर पल आपके साहसी होने का इंतजार करती है।
आपके मन की लालसा हर पल आपके साहसी होने का इंतजार करती है।
Paras Nath Jha
कविता-आ रहे प्रभु राम अयोध्या 🙏
कविता-आ रहे प्रभु राम अयोध्या 🙏
Madhuri Markandy
वक्त को यू बीतता देख लग रहा,
वक्त को यू बीतता देख लग रहा,
$úDhÁ MãÚ₹Yá
"आदत में ही"
Dr. Kishan tandon kranti
@व्हाट्सअप/फेसबुक यूँनीवर्सिटी 😊😊
@व्हाट्सअप/फेसबुक यूँनीवर्सिटी 😊😊
*प्रणय प्रभात*
तुम्हारे दिल में इक आशियाना खरीदा है,
तुम्हारे दिल में इक आशियाना खरीदा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दुआएं
दुआएं
Santosh Shrivastava
क्यूं हो शामिल ,प्यासों मैं हम भी //
क्यूं हो शामिल ,प्यासों मैं हम भी //
गुप्तरत्न
सत्य को सूली
सत्य को सूली
Shekhar Chandra Mitra
ज़रूरत
ज़रूरत
सतीश तिवारी 'सरस'
तमगा
तमगा
Bodhisatva kastooriya
कबीरपंथ से कबीर ही गायब / मुसाफ़िर बैठा
कबीरपंथ से कबीर ही गायब / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
संवेदना ही सौन्दर्य है
संवेदना ही सौन्दर्य है
Ritu Asooja
वैसे थका हुआ खुद है इंसान
वैसे थका हुआ खुद है इंसान
शेखर सिंह
*समीक्षकों का चक्कर (हास्य व्यंग्य)*
*समीक्षकों का चक्कर (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
वायदे के बाद भी
वायदे के बाद भी
Atul "Krishn"
# होड़
# होड़
Dheerja Sharma
प्रेम लौटता है धीमे से
प्रेम लौटता है धीमे से
Surinder blackpen
Loading...