जब जब तुझे पुकारा तू मेरे करीब हाजिर था,
जब जब तुझे पुकारा तू मेरे करीब हाजिर था,
जब जब मैं रोती तूने ही मुझे सहलाया था,
जब जब मैं हस्ती तू भी मेरी खुशियों में शामिल था,
जब जब तुझे मेरे बुरे वक़्त में मैंने कोसा तब भी तूने मुझे तुझसे दूर ना धकेला था,
कृतघ्न है ये बालिका, नतमस्तक है तेरे समक्ष देख तेरी महिमा।
🙏🏻