जब खेतो में फसल लहराता है।
क्या कहूं धान की हरियाली देखकर
खुशी ऐसी आती है।
मन विभोर हो जाता है।
जब खेतों में फसल लहराती है।।
खून पसीना लगाकर किसान सोना जमीन से उगाता है
फसल हो ठीक-ठाक तो किसान का दिल गाता है
कुछ महीनों के बाद एक ऐसा दिन आता है
सारे दुख दर्द को भूलकर किसान खुशी से गाता है
मन विभोर हो जाता है
जब खेतों में फसल है लहराता है।