जब कभी हमको सोचते होंगे ।
(5) ग़ज़ल
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जब कभी हम को सोचते होंगे ।
याद कर आह वो भी भरे होंगे ।।
आप कुछ तो जुदा लगे होंगे ।
प्यार से हम जो चाहते होंगे ।।
देख मेरी नासमझ सी बातों को ।
वो भी कुछ सोच के हँसे होंगे ।।
प्यार से देख कर कभी हम को ।
दर्दे दिल का वो भी सहे होंगे ।।
दिल में हलचल हुआ तभी तो ।
ख्वाब तुमने भी कुछ बुने होंगे।।
धड़कनों में मेरे मची हलचल ।
याद तुमने भी तो किए होंगे ।।
देखकर आपकी अदा हमदम ।
“ज्योति” के चेहरे खिले होगें ।।😊
ज्योटी श्रीवास्तव (Jyoti Arun Shrivastava)
अहसास ज्योटी 💞 ✍️ ✍️