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25 Aug 2021 · 1 min read

जबसे तू गइलू नइहरवा (चइता)

जिनिगी भइल बा जहरवा ये गोरी
नींद नइखे आवत
जबसे तू गइलू नइहरवा ये गोरी
नींद नइखे आवत

मुसुकी लगा के बइठल पँजरा
बइठि के पँजरा मीठ मीठ झगरा
बिसरेला ना ऊ झगरवा ये गोरी-
नींद नइखे आवत
जबसे तू…

बिसरत नइखे ऊ एके में खाइल
जबसे तू गइलू भुखियो भुलाइल
रसे रसे बरसे नयनवा ये गोरी-
नींद नइखे आवत
जबसे तू…

बड़ी याद आवेला प्रेमवा के बतिया
प्रेमवा के बतिया आ फुलवा के रतिया
रही रही तरसे परनवा ये गोरी-
नींद नइखे आवत
जबसे तू…

– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 20/03/2005

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