जन्म दिवस
जन्म दिवस है मेरा भाया,
सुन लो कृष्णा, सुन लो माया।
केक आज मैं काटूँगा,
खूब मिठाई बाटूँगा।
मुझे आज ना कोई रोके,
मात पिता ना कोई टोके।
मेरी मर्जी का मैं राजा,
आज बजाऊंगा मैं बाजा।
देखो सोनम तुम भी आना,
केक, खीर औ पूड़ी खाना।
अंश आरती भूल न जाना,
है मेरे घर सबको आना।
आज रात को लड्डू पेड़ा,
केक न होगा टेढ़ा मेढ़ा।
मौज करेंगे मिलकर भाई,
खाएंगे हम खूब मिठाई।
एक साल पर क्यों है आता,
मुझको ना कोई बतलाता।
मम्मी पापा रोज मनाओ,
रोज “जटा” सर को बुलवाओ।
✍️जटाशंकर”जटा”