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5 Nov 2020 · 1 min read

जनमत जो ना पा सके

कुंडलियां

जनमत जो ना पा सके, जनता गई नकार|
सौंप दिए पद लाभ के, गजब करे सरकार||
गजब करे सरकार, खरा कर दे खोटे को|
किस के ‘पर’ दे काट, बड़ा कर दे छोटे को||
कह “सिल्ला” कविराय, है आसान बहुमत|
धनबल का हो साथ, भले ही रूठे जनमत||

-विनोद सिल्ला©

1 Like · 429 Views
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