Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Sep 2024 · 1 min read

जड़ों से कटना

221 122 221 122

जो अपनी जड़ों से इक बार कटा है।
इक न इक दिन वो अवश्य मिटा है।
आजाद ख्यालों के चक्कर में पढ़कर ,
दो चार पल ही फलक तक उड़ा है।
कलम घिसाई

Language: Hindi
144 Views

You may also like these posts

लड़कों का सम्मान
लड़कों का सम्मान
पूर्वार्थ
अतिथि
अतिथि
लक्ष्मी सिंह
कहते हैं सब प्रेम में, पक्का होता आन।
कहते हैं सब प्रेम में, पक्का होता आन।
आर.एस. 'प्रीतम'
सुलगती आग हूॅ॑ मैं बुझी हुई राख ना समझ
सुलगती आग हूॅ॑ मैं बुझी हुई राख ना समझ
VINOD CHAUHAN
..
..
*प्रणय*
जिंदगी वो है
जिंदगी वो है
shabina. Naaz
किरायेदार
किरायेदार
Keshi Gupta
नव प्रबुद्ध भारती
नव प्रबुद्ध भारती
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
रमेशराज के बालगीत
रमेशराज के बालगीत
कवि रमेशराज
भूल गया
भूल गया
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
*बहुत कठिन डगर जीवन की*
*बहुत कठिन डगर जीवन की*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कुछ दर्द कुछ खुशियां
कुछ दर्द कुछ खुशियां
Sunil Maheshwari
"क्या कहूँ तुझे"
Dr. Kishan tandon kranti
जब कभी परछाई का कद
जब कभी परछाई का कद
Manoj Shrivastava
मौन ने जो कहा
मौन ने जो कहा
Sudhir srivastava
- तेरी मेरी जोड़ी सदा बनी रहे -
- तेरी मेरी जोड़ी सदा बनी रहे -
bharat gehlot
हां..मैं केवल मिट्टी हूं ..
हां..मैं केवल मिट्टी हूं ..
पं अंजू पांडेय अश्रु
ज़िंदगी को मैंने अपनी ऐसे संजोया है
ज़िंदगी को मैंने अपनी ऐसे संजोया है
Bhupendra Rawat
गम के दिनों में साथ कोई भी खड़ा न था।
गम के दिनों में साथ कोई भी खड़ा न था।
सत्य कुमार प्रेमी
प्रीत
प्रीत
श्रीहर्ष आचार्य
ज़िन्दगी..!!
ज़िन्दगी..!!
पंकज परिंदा
....ऐ जिंदगी तुझे .....
....ऐ जिंदगी तुझे .....
Naushaba Suriya
4075.💐 *पूर्णिका* 💐
4075.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मुझे इश्क़ है
मुझे इश्क़ है
हिमांशु Kulshrestha
व्यथा हमारी दब जाती हैं, राजनीति के वारों
व्यथा हमारी दब जाती हैं, राजनीति के वारों
Er.Navaneet R Shandily
मैं परमेश्वर की अमर कृति हूँ मेरा संबंध आदि से अद्यतन है। मै
मैं परमेश्वर की अमर कृति हूँ मेरा संबंध आदि से अद्यतन है। मै
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
कलयुग का प्रहार
कलयुग का प्रहार
Jai Prakash Srivastav
जब टूटा था सपना
जब टूटा था सपना
Paras Nath Jha
वो आपको हमेशा अंधेरे में रखता है।
वो आपको हमेशा अंधेरे में रखता है।
Rj Anand Prajapati
★गहने ★
★गहने ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
Loading...