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18 Aug 2021 · 1 min read

जज्बात लिए

फिरते रहते हैं दिल के अंदर ना जाने कितने
जज्बात लिए।
दिन में अनगिनत उलझन और तनहाई वाली
रात लिए।
एक परेशानी आ जाये तो आवभगत कर सकता
था,
परेशानी आयी भी तो आई , अपने साथ
बारात लिए।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Likes · 286 Views
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