जगमग जगमग दिए जलाएँ
आओ जगमग जगमग दिए जलाएँ
मिल जुलकर खुशीयाँ मनाएँ
हर किसी के घर खुशीयाँ पहुँचे
कोई न रह जाए आज मायूस कहीं?
शायर- किशन कारीगर
(काॅपीराईट)
आओ जगमग जगमग दिए जलाएँ
मिल जुलकर खुशीयाँ मनाएँ
हर किसी के घर खुशीयाँ पहुँचे
कोई न रह जाए आज मायूस कहीं?
शायर- किशन कारीगर
(काॅपीराईट)