जगमगजग दीवाली हो
जगमगजग दीवाली हो
दिया तेल की बाती में तुम, झिलमिल तारे ले आना।
मिट्टी के दीपक के टिम टिम, प्यारे प्यारे ले आना।।
चीनी के चिकने दीये में, तो खालीपन खाली है।
अपनी मिट्टी की खुशबू ही तो अपनेपन वाली है।।
दो पैसे वाले दिल वाले, वारे न्यारे ले आना।
दिया तेल की बाती में तुम, झिलमिल तारे ले आना।1।
दीपमालिका का मतलब तो, अंतर में उजियारा है।
परम् उजाला करता दीपक, जहाँ जहाँ अंधियारा है।।
तम अन्तस् के हरने वाले ही उजियारे ले आना।।
दिया तेल की बाती में तुम, झिलमिल तारे ले आना।2।
खूब फटाखे फुलझड़ियों से, पर्यावरण क्षरण रोको।
अपने आंगन का दूषित वायु से चीरहरण रोको।।
बीज जहर का बोकर के मत, फल तुम खारे ले आना।।
दिया तेल की बाती में तुम, झिलमिल तारे ले आना।3।
ईद दीवाली होली क्रिसमस, से खुशियों की बारिश है।
हिन्दू मुस्लिम सिक्ख ईसाई, सबसे यही गुज़ारिश है।।
अपनेपन के रिश्ते अच्छे, सच्चे सारे ले आना।
दिया तेल की बाती में तुम, झिलमिल तारे ले आना।4।
सीमा के चौकस प्रहरी के नाम दीप इक रख लेना।।
डटी हुई है रक्षा करने, सीमा पर अपनी सेना।।
भारतमाता की जयकारे, वाले नारे ले आना।
दिया तेल की बाती में तुम, झिलमिल तारे ले आना।5।
दीप दीन के नाम करो जो, दीप रूप में उत्कल हो।
दीन दुखी पर सजल नेह हो, दयाभाव हो सम्बल हो।।
चिथड़े चिथड़े मन के जिनके, मनके हारे ले आना।।
दिया तेल की बाती में तुम, झिलमिल तारे ले आना।6।
-साहेबलाल दशरिये ‘सरल’
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