Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 May 2023 · 1 min read

जगत

पक्षपाती नहीं मैं‌ इस जीवन की
भेदभाव हैं भरा, मानस के घटृ-घटृ में
कौन जानत इस मनचली हवा का रुख
बदलनी हैं इस द्रुत जगत की सोच।

‌बिनुँ सोच-विचारें करत काज
कछु जानत नहीं आथि॔क विषमता की मार
जैसो काज करत वैसो फल पावत
साँप की दूम में हाथ ढ़ालत हो तो
कत॔व्य-परायण साँपण तो आपणौं कम॔ करत।

ऊँच-नीच का भेदभाव कर
पाप चढ़ाता जाता स्वयं पे
कछु नहीं किया पाप जो पक्ष
लिवत तो आपणौं सर माढ़त।

Language: Hindi
1 Like · 42 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"याद रखें"
Dr. Kishan tandon kranti
जीवन का इतना
जीवन का इतना
Dr fauzia Naseem shad
ਰਿਸ਼ਤਿਆਂ ਦੀਆਂ ਤਿਜਾਰਤਾਂ
ਰਿਸ਼ਤਿਆਂ ਦੀਆਂ ਤਿਜਾਰਤਾਂ
Surinder blackpen
गंदा धंधा
गंदा धंधा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
जब कोई साथ नहीं जाएगा
जब कोई साथ नहीं जाएगा
KAJAL NAGAR
बेटियाँ
बेटियाँ
लक्ष्मी सिंह
"We are a generation where alcohol is turned into cold drink
पूर्वार्थ
2604.पूर्णिका
2604.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
कभी बेवजह तुझे कभी बेवजह मुझे
कभी बेवजह तुझे कभी बेवजह मुझे
Basant Bhagawan Roy
शरद पूर्णिमा का चांद
शरद पूर्णिमा का चांद
Mukesh Kumar Sonkar
ज़िन्दगी का रंग उतरे
ज़िन्दगी का रंग उतरे
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*दुनिया से जब जाऊँ तो क्या, छोड़ूँ क्या ले जाऊँ( हिंदी गजल/गी
*दुनिया से जब जाऊँ तो क्या, छोड़ूँ क्या ले जाऊँ( हिंदी गजल/गी
Ravi Prakash
बात ! कुछ ऐसी हुई
बात ! कुछ ऐसी हुई
अशोक शर्मा 'कटेठिया'
जब तक लहू बहे रग- रग में
जब तक लहू बहे रग- रग में
शायर देव मेहरानियां
" मुझमें फिर से बहार न आयेगी "
Aarti sirsat
* हो जाता ओझल *
* हो जाता ओझल *
surenderpal vaidya
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
Pratibha Pandey
■ जीवन सार...
■ जीवन सार...
*Author प्रणय प्रभात*
तू सुन ले मेरे दिल की पुकार को
तू सुन ले मेरे दिल की पुकार को
gurudeenverma198
मेरी  हर इक शाम उम्मीदों में गुजर जाती है।। की आएंगे किस रोज
मेरी हर इक शाम उम्मीदों में गुजर जाती है।। की आएंगे किस रोज
★ IPS KAMAL THAKUR ★
@घर में पेड़ पौधे@
@घर में पेड़ पौधे@
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जब आओगे तुम मिलने
जब आओगे तुम मिलने
Shweta Soni
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
आज की बेटियां
आज की बेटियां
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
दुनिया की सबसे खूबसूरत चीज नींद है ,जो इंसान के कुछ समय के ल
दुनिया की सबसे खूबसूरत चीज नींद है ,जो इंसान के कुछ समय के ल
Ranjeet kumar patre
ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
विवशता
विवशता
आशा शैली
The Present War Scenario and Its Impact on World Peace and Independent Co-existance
The Present War Scenario and Its Impact on World Peace and Independent Co-existance
Shyam Sundar Subramanian
-- आधे की हकदार पत्नी --
-- आधे की हकदार पत्नी --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
गनर यज्ञ (हास्य-व्यंग्य)
गनर यज्ञ (हास्य-व्यंग्य)
दुष्यन्त 'बाबा'
Loading...