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14 Jul 2023 · 1 min read

जख्म पाने के लिए ———

कभी फुर्सत निकाल, इश्क़ लड़ाने के लिए |
अरे! ये भी एक कला है, ज़ख्म पाने के लिए |

@@@@ – लक्ष्मण बिजनौरी

1 Like · 328 Views
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