जंग-ए-ज़िन्दगी 2
दुनिया उगते सूरज को,
शीश झुकाकर नमन करे।
अपनी खुशबू को फैलाकर,
पुष्प सुगन्धित चमन करे।।
तू भी अपने शुभ कर्मों से,
क्रोध लोभ का दमन करे।
ज़रूरतमन्दों के जीवन से,
अंधियारे को खतम करे।।
??????????????
✍️✍️✍️✍️✍️ by :
? Mahesh ojha
? 8707852303
? maheshojha24380@gmail.com