छोड़ो मायामोह
छोड़ो माया मोह सब , मन में भरो उजास ।
जीवन में निष्काम हो , महके सदा सुवास ।।
महके सदा सुवास,भक्ति के स्वर अब गूँजे ।
करते जो परमार्थ , सदा उनको हम पूजें ।।
लालच दें सब छोड़ , चक्र माया का तोड़ो ।
लौटें प्रभु की ओर , लालसा सारी छोडो ।।