छोटू
यह जो होटलों में काम करने वाले छोटू हैं न !
यह दरअसल अपने घर के बड़े होते हैं।
जिम्मेदारियों का बोझ उठाए अपने परिवार का ,
अपना बचपन न जाने कहां दफना आते है।
यह जो होटलों में काम करने वाले छोटू हैं न !
यह दरअसल अपने घर के बड़े होते हैं।
जिम्मेदारियों का बोझ उठाए अपने परिवार का ,
अपना बचपन न जाने कहां दफना आते है।