छोटी सी ज़िंदगी
तुम्हें शर्तों पर
जीवन है जीना
मेरी शर्त है
ज़िंदा रहना
तुम्हें स्वाद चाहिए
खाने में
मेरे लिए स्वाद है
हर खाना
तुम्हें सबब चाहिए
हर बात में
मेरा बात करना ही
सबब होना
तुम सुविधा पसंद
हो तो
मेरी सुविधा
केवल ख़ुश होना
बड़ी बड़ी बात
बड़ी बड़ी सोच
छोटी सी ज़िंदगी पर
भारी होना
साथ हैं तो
साथी हैं हम
कल कोई कहाँ
किसने कहीं होना
डॉ निशा वाधवा