Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Feb 2019 · 1 min read

” छू नहीं सके मलाल ” !!

आनन पर खिलती मुस्कानें ,
समय ने बदली चाल !!

वही शरारत भली लगे है ,
जो मन को हरषाये !
ऊपर वाला थोड़ा देता ,
ज्यादा है तरसाये !
अंबर साया ,धरा बिछौना ,
कहाँ रहे तंगहाल !!

पटरी पर हो रेल अगर तो ,
भला भला सा लगता !
हम जैसे भूखे नंगों को ,
हर कोई है ठगता !
सदा दुपहरी तपती मिलती ,
छाँव ना बनती ढाल !!

रूखी सूखी खाते हैं पर ,
खुश रहना जाने हैं !!
हम तो ठहरे यायावर हैं ,
खाक सभी छाने हैं !
दखल हमारा यहाँ वहाँ है ,
छू नहीं सके मलाल !!

किस्मत अपनी बड़ी निराली ,
लेती रोज़ परीक्षा !
संघर्षों में हम पलते हैं ,
पल पल देते दीक्षा !
सब कुछ है जी पास हमारे ,
नहीं बजाते गाल !!

स्वरचित / रचियता :
बृज व्यास
शाजापुर( मध्यप्रदेश )

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 248 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कुछ राज, राज रहने दो राज़दार।
कुछ राज, राज रहने दो राज़दार।
डॉ० रोहित कौशिक
#शेर
#शेर
*Author प्रणय प्रभात*
मेरे अंशुल तुझ बिन.....
मेरे अंशुल तुझ बिन.....
Santosh Soni
तू मेरी मैं तेरा, इश्क है बड़ा सुनहरा
तू मेरी मैं तेरा, इश्क है बड़ा सुनहरा
SUNIL kumar
निराशा हाथ जब आए, गुरू बन आस आ जाए।
निराशा हाथ जब आए, गुरू बन आस आ जाए।
डॉ.सीमा अग्रवाल
जिसके भीतर जो होगा
जिसके भीतर जो होगा
ruby kumari
2596.पूर्णिका
2596.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जादू था या तिलिस्म था तेरी निगाह में,
जादू था या तिलिस्म था तेरी निगाह में,
Shweta Soni
अफवाह एक ऐसा धुआं है को बिना किसी आग के उठता है।
अफवाह एक ऐसा धुआं है को बिना किसी आग के उठता है।
Rj Anand Prajapati
गर गुलों की गुल गई
गर गुलों की गुल गई
Mahesh Tiwari 'Ayan'
कभी शांत कभी नटखट
कभी शांत कभी नटखट
Neelam Sharma
मनका छंद ....
मनका छंद ....
sushil sarna
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस :इंस्पायर इंक्लूजन
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस :इंस्पायर इंक्लूजन
Dr.Rashmi Mishra
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रमेशराज के हास्य बालगीत
रमेशराज के हास्य बालगीत
कवि रमेशराज
*मुनिया सोई (बाल कविता)*
*मुनिया सोई (बाल कविता)*
Ravi Prakash
*** रेत समंदर के....!!! ***
*** रेत समंदर के....!!! ***
VEDANTA PATEL
जिंदगी
जिंदगी
Neeraj Agarwal
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
उल्लास
उल्लास
Pt. Brajesh Kumar Nayak
माँ-बाप
माँ-बाप
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
सितम फिरदौस ना जानो
सितम फिरदौस ना जानो
प्रेमदास वसु सुरेखा
जब प्यार है
जब प्यार है
surenderpal vaidya
सूरज दादा ड्यूटी पर
सूरज दादा ड्यूटी पर
डॉ. शिव लहरी
(21)
(21) "ऐ सहरा के कैक्टस ! *
Kishore Nigam
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Mohabbat
Mohabbat
AMBAR KUMAR
शोर से मौन को
शोर से मौन को
Dr fauzia Naseem shad
सुरक्षा
सुरक्षा
Dr. Kishan tandon kranti
दीवानी कान्हा की
दीवानी कान्हा की
rajesh Purohit
Loading...