Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jun 2020 · 1 min read

छीन ली जाए दौलत सियासतदारों की…

घर में आजाये रौनक ग़रीब के भी जो,
छीन ली जाये दौलत सियासतदारों की

✍️#हनीफ़_शिकोहाबादी

Twitter ?@ Er_Wr_Haneef

Other ?@ HaneefShikohabadi

Contact ? @ 9759212850

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 198 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जीवन की यह झंझावातें
जीवन की यह झंझावातें
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
समय को पकड़ो मत,
समय को पकड़ो मत,
Vandna Thakur
ज़िंदगी ख़त्म थोड़ी
ज़िंदगी ख़त्म थोड़ी
Dr fauzia Naseem shad
विडम्बना
विडम्बना
Shaily
भारत का लाल
भारत का लाल
Aman Sinha
सच
सच
Sanjay ' शून्य'
जीवन
जीवन
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
........,
........,
शेखर सिंह
'वर्दी की साख'
'वर्दी की साख'
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
प्रतिशोध
प्रतिशोध
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
चला रहें शिव साइकिल
चला रहें शिव साइकिल
लक्ष्मी सिंह
होरी के हुरियारे
होरी के हुरियारे
Bodhisatva kastooriya
"फासले उम्र के" ‌‌
Chunnu Lal Gupta
*मूलांक*
*मूलांक*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
23/17.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
23/17.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*पूरी करके देह सब, जाते हैं परलोक【कुंडलिया】*
*पूरी करके देह सब, जाते हैं परलोक【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
क्यूं हो शामिल ,प्यासों मैं हम भी //
क्यूं हो शामिल ,प्यासों मैं हम भी //
गुप्तरत्न
तमाम कोशिशें की, कुछ हाथ ना लगा
तमाम कोशिशें की, कुछ हाथ ना लगा
कवि दीपक बवेजा
जून की दोपहर (कविता)
जून की दोपहर (कविता)
Kanchan Khanna
जाने क्यूं मुझ पर से
जाने क्यूं मुझ पर से
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
"सन्देशा भेजने हैं मुझे"
Dr. Kishan tandon kranti
"तेरी यादों ने दिया
*Author प्रणय प्रभात*
ਐਵੇਂ ਆਸ ਲਗਾਈ ਬੈਠੇ ਹਾਂ
ਐਵੇਂ ਆਸ ਲਗਾਈ ਬੈਠੇ ਹਾਂ
Surinder blackpen
महाकविः तुलसीदासः अवदत्, यशः, काव्यं, धनं च जीवने एव सार्थकं
महाकविः तुलसीदासः अवदत्, यशः, काव्यं, धनं च जीवने एव सार्थकं
AmanTv Editor In Chief
पिता
पिता
Kavi Devendra Sharma
हर दिन के सूर्योदय में
हर दिन के सूर्योदय में
Sangeeta Beniwal
कू कू करती कोयल
कू कू करती कोयल
Mohan Pandey
* मुस्कुरा देना *
* मुस्कुरा देना *
surenderpal vaidya
गमछा जरूरी हs, जब गर्द होला
गमछा जरूरी हs, जब गर्द होला
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
Loading...