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14 Oct 2021 · 1 min read

छल सब पर सबल

जब तक निकले ना, मन में से छल,
नहीं टिकेगा ठिकाने बुद्धि और बल.
.
छल के बल पर आज,शासक पुरोधा.
इससे बडा नहीं कोई दुनिया में योद्घा.
.
छल के बल पर लिखे गये विधि विधान.
मांग अंगूठा द्रोण, प्रिय शिष्य बने महान.
.
छल के बल पर हार , गये लंकेश रावण .
खडे देखते रह गये, कुन्ती सूर्य पुत्र कर्ण.
.
छल लिखकर छल पढ़कर छलकर कर,
जप तप तेहि प्रताप दिखाकर गये हार.
.
मन कपटी मन छलिया मन तन सारथी,
एक छल सब पर सबल जाने जो अर्थी.

Language: Hindi
6 Likes · 7 Comments · 627 Views
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