छत्तीसगढ़ नक्सली हमला
कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ में जिस तरह से वहाँ की सरकार ने नक्सलियों के खिलाफ ढीला रवैया अपना रखा है , नक्सलियों को छूट दे रखी है इसी कारण से वहाँ नक्सलियों का मनोबल बहुत बढ़ा हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप आज नक्सलियों ने हमारे देश के वीर जवानों पर घात लगाकर कायरतापूर्ण हमला करने का दुस्साहस किया। जिसमें हमारे लगभग 22-24 जवानों के मारे जाने और 30 से ज्यादा के घायल होने की ख़बर है। इस घटना से कितने महिलाओं कि सुहाग खत्म हो गयी,अनगिनत मासूम अनाथ हो गये, बहुतों का बुढापा का सहारा खत्म हो गई ।
छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सलियों से मिलीभगत है, छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा इनको संरक्षण दिया जाता है बदले में इनको नक्सलियों के द्वारा वसूली गई रंगदारी में से एक बङा हिस्सा और चुनावों में नक्सलियों का समर्थन मिलता रहा है यही कारण है कि छत्तीसगढ़ सरकार और प्रशासन ने कभी नक्सलियों के खिलाफ कङाई नहीं की और उन्होंने वहाँ नक्सलियों को खुली छूट दे रखी है। अभी जितना केंद्र सरकार दोषी है उतना हीं राज्य सरकार भी ।दोनों वर्तमान में 5राज्यों में होने वाली विधानसभा की चुनाव मे अपने-अपने दल के चुनाव प्रचार, प्रसार,रैली करने में व्यस्त हैं ।जिस काम का जिम्मेदारी मिली है उसे निभाने का कोई फर्ज अब बाकी नहीं है क्योंकि पद की शपथ लेते समय दिखावे की झूठी भारतीय संविधान की कसमे खाना इन जैसे नेताओं का आदत सी बन गई है।
क्यों क्यों हर बार हिंदुस्तान की आत्मा पर वार होता है और हमलोग सिवाय अपनो को खोने एवं श्रद्धांजलि देने के अतिरिक्त कुछ नहीं कर पाते हैं ?
आखिर कब तक कभी पुलवामा, कभी छत्तीसगढ़ नक्सली हमला ? हम एक तरफ दुनियाँ की सबसे शक्तिशाली मुल्कों में होने का ढोल पीटते रहेंगे और दूसरी तरफ तिरंगे में लिपट कर हमारे अपने आते रहेंगे ?
क्यों नक्सलवाद का अंत आज भी किसी पार्टी या सरकार की मुख्य प्रथमिकता नहीं है ?
खैर राजनीति से ऊपर उठकर शहीद वीर जवानों को भारतीय मानवता पार्टी परिवार के तरफ से विनम्र श्रद्धांजलि
#मानवताअपनाओदेशबचाओ
#किसानपुत्री_शोभा_यादव